आज भी ग्रामीण भारत में शिक्षा का स्तर उतना मजबूत नही है। कई बार छोटे मोटे कारणों के कारण, कई बच्चें प्राथमिक शिक्षा से भी वंचित हो जाते है। ऐसे पार्श्वभूमि में हम बच्चो को गांव के स्तर पर अभ्यास वर्ग और संस्कार वर्ग के माध्यम से उनको एक दिशा देने का एक छोटा प्रयत्न गत 10 वर्षों से निरंतर कर रहे है।
इसी कड़ी में आज हमने लगभग 30 गांव के 90 लड़के लड़कियों को, आई आई एम नागपुर कैंपस का एक्सपोजर विजिट कराया। 130 एकड़ में फैले इस विशाल शिक्षण संस्थान के परिसर को देखकर बच्चे तो अभिभूत हो गए। उनको तो यकीन ही नहीं हुआ की इतना बढ़ा भी कोई शिक्षण संस्थान होता है। उनके चेकरे के भाव ही बता रहे थे की वो किसी अलग दुनिया में आए है। कई बच्चो ने तो यह भी कहा की हम पहली बार एसी रूम में आए है, बहुत ही अच्छा लग रहा है हमे।
इस वाक्य से हम अंदाजा लगा सकते है की किन वातावरण में बच्चो का जीवन गांव में व्यतीत हो रहा है। किंतु इन्ही गांव में से कोई न कोई हीरा भी निकलता है। ये उपक्रम भले ही छोटा हो सकता है किंतु इन बच्चो के अवचेतन मन पर एक अमिट छाप छोड़ गया है।
इस उपक्रम को सफल बनाने के लिए आईआईएम नागपुर के सभी पदाधिकारियों का हम हृदय से आभार प्रकट करते है। धन्यवाद।